जीवाग्राम बना हरियाणा में पहला एनएबीएच मान्यता प्राप्त आयुष अस्पताल  

फरीदाबाद। जीवा आयुर्वेद की ओर से स्थापित जीवाग्राम हरियाणा का पहला आयुष अस्पताल बन गया है जिसे राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (एनएबीएच) की मान्यता प्राप्त हुई है। जीवा आयुर्वेद ने हॉलिस्टिक वेल–बीइंग सेंटर के तौर पर जीवाग्राम का विकास किया है।

Jivagram becomes the first NABH accredited Ayush hospital in Haryana

Faridabad. Jeevagram, established by Jeeva Ayurveda, has become the first AYUSH hospital in Haryana to be accredited by the National Accreditation Board for Hospitals and Healthcare Providers (NABH). Jeeva Ayurveda has developed Jeevagram as a holistic well-being center.

एनएबीएच की मान्यता को त्रुटिहीन स्वास्थ्य देखभाल मानकों के प्रमाणन के तौर पर माना जाता है और एनएबीएच मान्यता मिल जाने से जीवाग्राम को आयुर्वेद चिकित्सा एवं देखभाल के क्षेत्र में एक मजबूत आधार प्राप्त हो गया है और इसने प्रामाणिक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत बना लिया है।

जीवा आयुर्वेद के निदेशक, डॉ़ प्रताप चौहान ने जीवाग्राम को एनएबीएच की मान्यता पर खुशी जताते हुए कहा कि उन्हें यह देखकर प्रसन्नता हो रही है कि आयुर्वेदिक तौर तरीकों को आखिरकार वह पहचान मिल गई जिसका कि वे हकदार हैं। जीवाग्राम मरीजों की सेवा करने के लिए उच्च-गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे से लैस है। हम कुछ आयुष अस्पतालों में से एक हैं जिन्हें एनएबीएच मान्यता प्राप्त हुई है।

उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि प्रत्येक रोगी अद्वितीय है और हम उनके लिए खास उपचार प्रदान करते है, जो शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के साथ शुरू होता है। चूंकि एनएबीएच से मान्यता प्राप्त संस्थानों को मेडिकल बीमा प्रदाताओं द्वारा प्राथमिकता दी जाती है, इसलिए एनएबीएच से प्राप्त मान्यता हमारे रोगियों के लिए फायदेमंद होगी।

बीमारियों के मूल कारण को लक्षित करने के मूल आयुर्वेदिक मूल्यों के आधार पर निर्मित, जीवाग्राम  व्यक्ति की पूर्ण बेहतरी एवं उसके सम्पूर्ण कल्याण में विश्वास करता है – जिसमें मन, शरीर और आत्मा शामिल है। प्राचीन और पारंपरिक आयुर्वेदिक प्रथाओं के आधार पर विकसित आयुर्वेदिक उपचार विधियां प्रत्येक रोगी की व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के अनुकूल है। जीवाग्राम आहार और जीवन शैली के मार्गदर्शन के साथ-साथ अनुकूलित आयुर्वेदिक दवाइयां और उपचार सुविधाएं प्रदान करता है।

जीवाग्राम में सुव्यवस्थित और बेहतर तरीके से तैयार आयुर्वेदिक प्रथाओं का मुख्य आकर्षण है व्यक्तिगत पंचकर्म चिकित्सा सत्रों के माध्यम से शरीर को पूरी तरह से डिटॉक्सीफाई और कायाकल्प करना। यह पांच-चरण वाली प्रसिद्ध सफाई प्रक्रिया रोगों को समाप्त करती है, दोषों को संतुलित करती है, और रोगियों को एक स्वस्थ और शुद्ध शरीर प्राप्त करने में मदद करती है, जो सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है। जीवाग्राम पंचकर्म चिकित्सा के अलावा, मुख्य इलाजों में मदद करने के लिए व्यक्तिगत योग सत्र, राग चिकित्सा, आर्ट थैरेपी और आयुर्वेदिक कुकिंग क्लासेस की सुविधा भी प्रदान करता है।

हाल के दिनों को ध्यान में रखते हुए, जीवाग्राम एहतियाती उपायों और कोविड सुरक्षा उपायों का भी पालन करता है, और रोगी के यहां आने के दौरान पूरी तरह से और कठोर स्वच्छता प्रक्रियाओं को बनाए रखा जाता है। अस्पताल में उच्च स्तर की सफाई और स्क्रीनिंग प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है जिसके कारण जीवाग्राम में सुरक्षित, स्वागत योग्य और विश्वसनीय वातावरण का निर्माण होता है।

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