200 करोड़ के निगम घोटाले की निष्पक्ष जांच हुई, तो सत्ताधारी होंगे सलाखों के पीछे: दीपेंद्र हुड्डा

फरीदाबाद। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने फरीदाबाद नगर निगम में 200 करोड़ के घोटाले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इस घोटाले में न केवल अधिकारी बल्कि सत्ता से जुड़े बड़े-बड़े जनप्रतिनिधि भी शामिल है। अगर इसकी निष्पक्ष जांच होगी, तो सत्ता में बैठे ये नेता सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने कहा कि यह घोटाला न केवल फरीदाबाद का बल्कि हरियाणा का बहुत बड़ा घोटाला है, लेकिन सरकार जांच के नाम पर इसे ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास कर रही है। उन्होंने भाजपा को घोटालेबाजों की पार्टी की संज्ञा देते हुए कहा कि आज प्रदेश में चारों तरफ लूट मची है, सत्ता में बैठे बड़े-बड़े मगरमच्छ रोजाना इस तलाश में रहते है कि आज कैसे और किसका शिकार किया जाए।

If there is a fair investigation into the 200 crore corporation scam, the ruling leaders will be behind bars: Deepender Hooda

दीपेंद्र हुड्डा मंगलवार को तिगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित नागर की माता श्रीमती विद्यावती के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने के उपरांत उनके निवास पर पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे।

सांसद हुड्डा ने पूर्व विधायक ललित नागर की माता श्रीमती विद्यावती को सही मायनों में महिला सशक्तिकरण प्रतिमूर्ति की संज्ञा देते हुए कहा कि श्रीमती विद्यावती महिलाओं के लिए आदर्श है, क्योंकि उन्होंने मेवात जैसे क्षेत्र में जन्म लेकर अपने आपको शिक्षित कर उस समय महिलाओं में शिक्षा की अलख जगाई, जब महिलाओं को घूंघट में रहकर ही जीवन बसर करना पड़ता था।

उन्होंने नागर परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए परमपिता परमात्मा से दुख की इस घड़ी में सहन शक्ति प्रदान करने की भी कामना की।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद हुड्डा ने महंगाई के मुद्दे पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि कोरोना काल में जहां टैक्सों के नाम पर जनता पर अनाप-शनाप बोझ डालने का काम किया वहीं अब बिजली बिलों में सिक्योरिटी के नाम पर कई-कई गुणा बिजली के बिल थोपकर जनता को बर्बाद करने का काम किया गया है। कोरोना के चलते आज लोगों की आर्थिक हालत खराब हुई है वहीं पर्दे के पीछे से भाजपा सरकार ने बिजली के बिलों में अनाप-शनाप बढ़ोतरी करके जनता की कमर ही तोडकर रख दी है, जिसे कांर्ग्रेस पार्टी सहन नहीं करेगी।

उन्होंने भाजपा सरकार को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही इस बढ़ोतरी को वापिस नहीं लिया तो वह सडक से विधानसभा और संसद तक इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाकर सडकों पर उतरकर सरकार की नींद खोलने का काम करेंगे। श्री हुड्डा ने किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि अब लाठी से नहीं बल्कि कलम चलाने से काम चलेगा, सरकार लाठी चलाकर किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती बल्कि किसान सरकार द्वारा कलम चलाकर किसानों के पक्ष में लिए गए निर्णय से ही शांत होंगे।

उन्होंने कहा कि कैसी विंडबना की पिछले चार महीनों से देश का अन्नदाता किसान सडकों पर है और सरकार उनकी बात सुनने के बजाए उन पर लाठियां भांजने का काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में हालात इतने खराब है कि आज सरकार में बैठे विधायकों को ही यह कहना मजबूर होना पड़ रहा है कि हमें जनता के बीच जाने के लिए हैल्मेट और कवच की आवश्यकता पड़ेगी।

इस अवसर पर सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पवार, विधायक धर्मसिंह छोकर, विधायक इंदुराज नरवाल, विधायक पंडित नीरज शर्मा, पूर्वमंत्री कैप्टन अजय यादव, पूर्व विधायक उदयभान, पूर्व विधायक आनंद कौशिक, पूर्व विधायक केहर सिंह रावत, बडखल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी विजय प्रताप सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लखन कुमार, राहुल राव, अमित यादव, पूर्व मेयर देवेंद्र भड़ाना, एडवोकेट राजेश खटाना, विकास वर्मा एडवोकेट, अब्दुल गफ्फार कुरैशी, गुलशन बगगा, पूर्व पार्षद जगन डागर, कृष्ण अत्री, विनय भाटी, युद्धवीर झा, रणवीर चंदीला, गंगाराम नरवत सहित अनेकों लोगों ने श्रीमती विद्यावती के निधन पर शोक जताया।

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