फरीदाबाद की अरावली में जड़ी-बूटियों के बीजों का छिड़काव होगाः कंवरपाल गुर्जर

फरीदाबाद। हरियाणा के वन, शिक्षा, पर्यटन व संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल ने कहा कि बड़खल और अरावली क्षेत्र में पौधारोपण के साथ जैव विविधता बढ़ाने के लिए पर्यावरण की बहाली के लिए जड़ी-बूटी तथा झाड़ियों के बीज का भी छिड़काव किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जमीन की नमी को बनाए रखने के लिए 3 जोहड़ बनवाने के कार्य तथा प्रयोग के तौर पर माइन रेस्टोरेशन का कार्य भी करवाया जाएगा।

Herbal seeds will be sprayed in Aravalli in Faridabad: Kanwarpal Gurjar

Faridabad. Haryana’s Minister for Forests, Education, Tourism and Parliamentary Affairs, Kanwarpal said that along with plantation in Barkhal and Aravalli region, herb and shrub seeds will also be sprayed for restoration of environment to increase biodiversity. Apart from this, the work of construction of 3 johrs to maintain the moisture of the ground and the use of mine restoration will also be done.

मंत्री कंवरपाल गुर्जरर ने बीती सायं फरीदाबाद वन मंडल के बड़खल सेक्शन 4 एवं 5 में ईको-रेस्टोरेशन परियोजना का निरीक्षण किया एवं पौधारोपण किया। उन्होंने इस अवसर पर सरपंचों से बातचीत करते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि पौधारोपण, बीज छिड़काव तथा जमीन की नमी बनाए रखने के कार्यों द्वारा जैव विविधता को बढ़ाने, जमीन की नमी बरकरार रखने व जल संरक्षण करने मे सहयोग मिलेगा। साथ-साथ गांवों के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए घास के बीज के छिड़काव से एक और पशुओं को पौष्टिक आहार मिलेगा, वहीं दूसरी और पौधों को चराई से भी बचाया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष फरीदाबाद वन मंडल ने क्लस्टर अप्रोच के माध्यम से 31 गांवों में सात स्कीम के तहत कुल एक लाख 57 हजार पौधे रोपित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त जल शक्ति अभियान, पौधागीरी तथा फ्री सप्लाई सेल के तहत 3 लाख पौधे बांटे जाएंगे।

उन्होंने बताया कि पर्यावरण की बहाली योजना के अंतर्गत वन विभाग द्वारा फरीदाबाद के बड़खल क्षेत्र में दो चरणों में 2.2 लाख पौधे रोपित किए जाएंगे। वर्ष 2020- 21 में एक लाख 2 हजार तथा 2021-22 में एक लाख पौधे रोपित किया जाएंगे।

उन्होंने बताया कि पानी की कमी वाले अरावली क्षेत्र में पौधारोपण की सफलता के पानी के विस्तृत इंतजाम किए जाएंगे, जिसमें पौंड बनवाने तथा माइनिंग रेस्टोरेशन का कार्य शामिल है। साथ ही जमीन में पानी की उपलब्धता बनाए रखने के लिए कन्टूर ट्रेंचस भी बनाए जाएंगे।
वन अधिकारी ने वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर को जिले मे उपरोक्त सभी योजनाओं को ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के लोगों के सहयोग से जल्द ही मूर्त रूप देने का आश्वासन दिया।

वन मंत्री ने बीती देर सायं सर्कट हाउस में पौधारोपण जैसे कार्यों में अच्छा योगदान करने वाले एनजीओ के प्रतिनिधियों से मुलाकात की तथा इस कार्य में उनके अनुभव के बारे में जाना।

उन्होंने कहा कि जब तक समाज के लोग पौधारोपण जैसे कार्य में आगे नहीं आएंगे, तब तक इसे पूरी तरह सफल बनाना मुष्किल है। लोगों को पेड़ों व पर्यावरण के महत्व को समझना होगा। जिन दिन लोग इनके महत्व को जान जाएंगे, उस दिन बड़े स्तर पर पौधारोपण व पेड़ संरक्षण की दिषा में बड़ी क्रांति आएगी।

एनजीओ के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे सरकारी जगहों पर स्वयं के प्रयासों से कई वर्शों से पौधे रोपित कर रहे हैं और उनका संरक्षण भी करते हैं। एनजीओ में ए अरावली, ट्री फॉर फाउंडेशन, सांसें मुहिम आदि शाामिल थे।

इस अवसर पर विधायक सीमा त्रिखा, मुख्य वन संरक्षक अमरिंद्र कौर, मुख्य संरक्षक वैषवी व जिला वन अधिकारी राजकुमार भी उपस्थित थे।

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