हरियाणाः एक ही हुक्का गुड़गुड़ाने पर 24 को हुआ कोरोना

जींद। यहां के एक गांव से हुक्काड़ियों के लिए एक अप्रिय समाचार आया है। यहां एक ही हुक्का गुड़गुड़ाने वाले 24 लोगों को कोरोनावायरस का संक्रमण हो गया है। यह ग्रामीण संक्रमण का अब तक का सबसे बड़ा मामला समझा जा रहा है।

Haryana: Corona infected 24 people after a single hookah gurgle

Jind. There is an unpleasant news for the hookahis from a village here. Here 24 people who have the same hookah gurgle have got coronavirus infection. It is understood to be the biggest case of rural infection so far.

केंद्र सरकार, राज्य सरकार और चिकित्सक निरंतर सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में लोगों को चेतावनी और परामर्श दे रहे हैं।

इसके बावजूद लोग कोरोना काल में अपने जीवन से खिलवाड़ करते हुए लापरवाही बरत रहे हैं।

लोगों से कहा जा रहा है कि वे सामाजिक दूरी बनाकर रखें।

भारत में सहस्राब्दियों के लोकव्यवहार से जन्मी सामाजिक मिलनसारिता को कुछ समय के लिए खूंटी पर टांग दें और ऐसे आयोजनों से बचें, जिनको टाला जा सके।

यहां तक कि विवाह जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों में 50 से अधिक अतिथियों की उपस्थिति प्रतिबंधित कर दी गई है।

जान है, तो जहान है।

आज बचेंगे, तो कल मिलेंगे।

यह हुआ

किंतु इन परामर्शों को धता बताकर यहां के एक गांव में लोग हुक्के का लोभ संभरण नहीं कर पाए और कोरोना का शिकार हो गए।

सूत्रों के मुताबिक यहां गुरुग्राम से 8 जुलाई को एक युवक आया था।

युवक हुक्का पीने का शौकीन था।

जब वह हुक्का पीता था, तो ग्रामीण परंपरा के अनुरूप लोग उसके पास पहुंचने लगे और उसका हाल-चाल जानने लगे।

वहां मौजूद हुक्के पर भी लोगों ने हाथ आजमाए।

कुछ समय पश्चात उसका चिकित्सकीय परीक्षण हुआ, तो उसमें वह कोरोना संक्रमित पाया गया।

हुक्का प्रणाली

हुक्के की पैंदी में पानी होता है।

तंबाकू का धुंआ उस पानी से फिल्टर होकर नली में आता है।

किंतु हुक्का गुड़गुड़ाने के लिए हुक्के की नली को हथेली से कसकर पकड़ा जाता है।

ताकि नली पर हथेली की पकड़ वायुरोधी हो सके और नली के माध्यम से तंबाकू-लिप्त धुआं मुंह से वायुनली में खींचा जा सके।

यह धुआं भारी चाप के साथ फेफड़ों में पहुंचता है और संक्रमण का कारण बनता है।

ऐसे हुआ संक्रमण

समझा जाता है कि इस प्रक्रिया के दौरोना कोरोना का वायरस स्लाइवा यानि लार माध्यम से नली के अग्रभाग पर लग गया होगा।

फिर लोगों ने नली को हथेली से कसकर पकड़ा होगा, जिससे उनमें भी एक-एक करके संक्रमण हो गया।

इसका परिणाम यह हुआ कि एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और 24 लोगों को संक्रमण हो गया।

पृथकवास के निर्देश

इस घटना के पश्चात प्रशासन सक्रिय हो गया है।

गांव को सील कर दिया गया और आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।

इन 24 लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों की काउंसिलिंग की गई है और उन्हें संगरोध से बचाने के लिए पृथकवास के निर्देश दिए गए हैं।

प्रशासन ने अब हुक्का पीने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

ये सावधानी बरतें

  • हुक्का साझा न करें।
  • अरब के शेख भी हुक्का पीने के शौकीन हैं, लेकिन वे हुक्का साझा नहीं करते हैं।
  • पंचतारा होटलों में भी शेखों के लॉकर होते हैं, जहां वह निजी हुक्का रखते हैं।
  • किसी को किसी शेख का हुक्का प्रयोग करने की अनुमति नहीं होती है।
  • इसकी उल्लंघना पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
  • किंतु अरब के ही निकटवर्ती क्षेत्रों की कबीलाई संस्कृति में साझा खान-पान यानि एक ही थाली में खाने की परंपरा कुछ समाजों में है।
  • जबकि भारतीय परंपरा में परिजनों के मध्य भी एक साथ भोजन करते समय सामाजिक अंतर बनाए रखने के लिए अलग थाली और अलग लोटे की प्रथा रही है।
  • मध्यकाल में कबीलाई संस्कृति के अतिक्रमण और आक्रमण के कारण भारतीयों में भी थाली साझा करने की कुप्रथा किंचित प्रचलित हो गई। इससे बचें।
  • भारतीय परंपरा को अपनाएं और खान-पान के समय सामाजिक अंतर के वैदिक कालीन नियमों का पालन करें।
    आवश्यक न होने पर चौपालों पर भी एकत्रित न हों।
  • संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से ड्रॉपलेट्स यानि छींक के साथ वायरस के कण वातावरण में फैल जाते हैं।
  • संक्रमित व्यक्ति के बैठने से कुर्सी, मूढ़ा, मचिया, पलंग, चारपाई और दरियां भी संक्रमित हो जाती हैं।
  • आवश्यक हो, तो 6 फुट का अंतर बनाकर मुंह को आमने-सामने न रखकर आवश्यक बात की जा सकती है।
  • वार्ता के समय मुंह पर मॉस्क और आंखों पर चश्मा भी चढ़ाएं। नाक और आंख से भी संक्रमण के समाचार मिल रहे हैं।
  • वृद्धजन निशुल्क व्हाट्सएप की ऑडियो या वीडियो कॉल सेवा का लाभ उठा सकते हैं।
  • मोबाइल फोन किस अन्य व्यक्ति के प्रयोग करने के पश्चात सेनेटाइज अवश्य करें।

 

Related posts