फरीदाबादः सेक्टर 28 नाके पर फ्लोरियो कार बनी आग का गोला

फरीदाबाद। यहां सेक्टर 28 में एक चलती कार में अचानक आग लग गई। कार धू-धू कर जलने लगी। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों की सूझ-बूझ से कार चालक की जान बच गई।

Faridabad: car became fireball on Sector 28 block

Faridabad. There was a sudden fire in a moving car in Sector 28 here. The car started burning in smoke. The car driver’s life was saved due to the intelligence of the police personnel present on the spot.

यहां की आईपी कॉलोनी का निवासी एक व्यक्ति सारियो पुत्र देवासिया अपनी मां की दवाईयां लेने के लिए ओल्ड फरीदाबाद में मेडिकल स्टोर की तरफ जा रहा था।

जब कार सेक्टर 28 के नाके के पास पहुंची, तो उसमें अचानक आग गई।

कार में आग लगती देखकर मौके पर मौजूद एएसआई नित्यानंद, सिपाही नवीन कुमार, रविंद्र कुमार और विजय कुमार कार की ओर दौड़ पड़े।

उन्होंने शीशा तोड़कर तुरंत कार चालक को बाहर निकालकर बचाया।

प्रत्यदर्शियों के अनुसार पुलिस कर्मियों ने बड़ी ही तत्परता से कार्य किया और कार चालक की जान बचाई, क्यों कि कुछ ही मिनटों बाद पूरी कार आग का गोला बन गई थी।

यह कार नंबर एचआर 51बीबी 3004 फ्लोरियो मेक की थी।

बाद में पुलिस कर्मियों ने फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग बुझवाई, तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी।

कार में आग लगने की मुख्य वजहें

कई बार तो सिर्फ नई कार ही नहीं पुरानी कार भी आग का गोला बन जाती है। लोग इसके लिए कई तरह के बहाने देते हैं जिसमें सबसे कॉमन बहाना शॉर्ट सर्किट का होता है। लेकिन ज्यादातर मामलों में हादसों के लिए हम खुद जिम्मेदार होते हैं। हम थोड़े से पैसे बचाने के लिए अक्सर ही अपनी जान जोखिम में डालते हैं।

आइए जानते हैं कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए हमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए और क्या हैं वजह…

अगर विशेषज्ञों की मानें तो लोग अपनी कारों में सुरक्षा सिस्टम, रिवर्स पार्किंग सेंसर और स्टीरियो जैसी अहम चीजें कंपनी की न लगवाकर छोटी-मोटी दुकानों से लगवा लेते हैं जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। तारें ढीली होने या अन्य कारणों से भी कारें आग की चपेट में आ जाती हैं।

कार की फ्री सर्विस खत्म होने पर लोग बाहरी मैकेनिकों से सर्विसिंग कराते हैं। मैकेनिक प्रशिक्षित न होने पर वह सिर्फ फिल्टर और तेल बदलकर उसे सर्विस का नाम दे देते हैं। अन्य चीजों की तरफ ध्यान न देने की वजह से गाड़ी आग लगने व अन्य हादसों का शिकार होती है।

एजेंसी या अधिकृत डीलर के यहां सीएनजी या एलपीजी किट लगवाना महंगा जरूर होता है लेकिन सुरक्षित होता है। अगर आप इसी पैसे को बचाने में लापरवाही कर जाते हैं तो वह एक दिन दुर्घटना के रूप में सामने आता है। इन किट को लगाने के लिए वायर में कट दिया जाता है जो शॉर्ट सर्किट की वजह बनता है।

कार में जब आग लगती है तो पावर विंडो और सेंट्रल लॉक सिस्टम खराब हो जाता है जिससे कार से निकलना मुश्किल हो जाता है। जिससे लोगों की जान भी जा सकती है।

ऐसे हो सकता है बचाव

  • अपनी कार में सही समय पर ऑयल फिल्टर, कूलेंट और इंजन ऑयल बदलवाएं] ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
  • कार में जिन चीजों की जरूरत न हो उसे न लगवाएं।
  • सीएनजी या एलपीजी किट हमेशा अधिकृत डीलर से ही लगवाएं।

हमेशा कार में रखें ये सामान

  • हथौड़ा या उस जैसी चीज रखें जिससे समय आने पर शीशा तोड़ा जा सके
  • कैंची भी रखें तो अच्छा है जिससे अगर सीट बेल्ट लॉक हो जाए, तो उसे काटा जा सके

इन बातों का भी रखें ध्यान

  • सीएनजी किट लगवाने के लिए पैसों का लालच न करें चाइनीज नहीं, बल्कि कंपनी के किट ही लगवाएं
  • सीएनजी किट की वायरिंग हर तीन साल में जांच कराएं
  • पुराने सिलेंडर कभी न लगवाएं
  • सीएनजी किट में वायरिंग इंजन के अंदर होनी चाहिए।

 

 

 

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