फरीदाबाद में बनी जोरदार जलेबी, ढाबा मालिक ने पुलिसकर्मियों को गालियां दीं या फिर ढाबा मालिक की ठुकाई हुई

फरीदाबाद। पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह नवाचार के माध्यम से पुलिसिंग को बेहतर करने के लिए भागरथी जतन कर रहे हैं, लेकिन पुलिस कर्मी किसी न किसी विवाद में फंस रहे हैं। मीडिया में एक खबर चली कि पुलिस कर्मियों ने एक ढाबा मालिक को खाना न देने पर पीटा। अब पुलिस का बयान आया है कि ढाबा मालिक को ढाबा बंद करने के लिए कहा, तो उसने पुलिस कर्मियों से गाली-गलौज की।

Faridabad: Dhaba owner abuses policemen or dhaba owner was beaten

Faridabad. Police Commissioner OP Singh is doing Bhagrathi efforts to improve policing through innovation, but police personnel are getting caught in a rough dispute. There was a news in the media that police personnel beat up a dhaba owner for not giving food. Now the police’s statement has come that when the dhaba owner was asked to close the dhaba, he abused the police personnel.

मीडिया और पत्रकार खबर दिखा सकते हैं।

कार्यान्वयन एजेंसी पुलिस है। इसलिए वो जो कहे, सो सही।

सूत्रों के अनुसार पहले एक वीडियो वायरल हुआ।

बल्लभगढ़ के आदर्श नगर थाना इलाके में देर रात पुलिस एक होटल पर खाना मांगने के लिए पहुंची थी, लेकिन उसे खाना नहीं मिला, तो पुलिस का पारा चढ़ गया।

इसके बाद पुलिस ने होटल संचालक के साथ मारपीट की और उसे जबरन पीसीआर में डाल लिया। होटल संचालक को थाने ले जाया गया।

होटल संचालक ने बताया कि पुलिस ने खाना न मिलने के चलते न केवल उसके साथ मारपीट की, बल्कि उसे थाने ले जाकर पीटा गया। उसके पड़ोसियों की दखल के बाद पुलिस ने उसे जबरन एक कागज पर साइन करा कर छोडा़ है।

अब पुलिस पीआरओ सूबे सिंह का कहना है कि एक पोर्टल व सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का फरीदाबाद पुलिस खंडन करती है। वायरल वीडियो में कोई सच्चाई नहीं है सत्य से परे और निराधार है।

पीआरओ के अनुसार आपको बता दें कि होटल संचालक के द्वारा पुलिस को देर रात खाना न देने पर पुलिस ने होटल संचालक के साथ की मारपीट की खबर वायरल हो रही थी, जो कि सत्य से बिल्कुल विपरीत है।

उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कुछ पुलिस कर्मी एक होटल संचालक के साथ खींचातानी करते हुए नजर आ रहे और होटल संचालक को पुलिस की गाड़ी में बिठाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि सच्चाई यह है कि बल्लभगढ़ आदर्श नगर थाना के अंतर्गत आने वाला संजय ढाबा देर रात तक खुलने को लेकर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और पुलिस ने ढाबे को बंद करने के लिए ढाबे संचालक से बात की, परंतु ढाबा मालिक ने शराब पी हुई थी और ढाबे बंद करने की बात को लेकर ढाबा मालिक पुलिस पर ही लाल-पीला हो गया।

उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों के साथ गाली-गलौच करने लगा, जिस पर पुलिसकर्मियों ने इस बारे में थाने में सूचना दी। इस पर उसी वक्त पीसीआर आ गई और उसको थाने ले जाया जा रहा था, लेकिन वह थाना जाने को तैयार नहीं था। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो उसी वक्त का है।

उन्होंने बताया कि यह वाकया देर रात का है। लगभग रात 11.30 बजे संजय ढाबा खुला हुआ था। पुलिस गश्त के दौरान पुलिस कर्मियों ने ढाबा मालिक को ढाबा बंद करने के लिए बोला।

उन्होंने बताया कि जब उसने ढाबा बंद नहीं किया, तो पुलिसकर्मी ने वीडियो बनाना शुरू किया, तो ढाबा मालिक संजय सैनी ने पुलिस के साथ ही गाली-गलौज शुरू कर दी। ढाबा मालिक द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोप निराधार झूठे थे संचालक संजय सैनी के मुताबिक उसने यह आरोपी पत्रकार के कहने से लगाए थे।

उन्होंने बताया कि ढाबा संचालक संजय सैनी ने मौजिज व्यक्तियों के सामने लिखित में अपनी गलती मानी और पुलिस पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया। साथ ही उसने एक अन्य पत्रकार को दी गई बाइट में इसका खुलासा किया कि मैंने जान-बूझकर अपनी गलती छुपाने के लिए पुलिस पर आरोप लगाए थे जबकि मेरा ढाबा रात को 11.30 बजे तक खुला हुआ था।

उन्होंने बताया कि ढाबा मालिक ने पुलिस के साथ बदसलूकी करने के चलते सभी पुलिसकर्मियों से लिखित मे माफी मांगी है। साथ ही मौजिज व्यक्तियों के द्वारा लिखित मे देने पर पुलिस द्वारा ढ़ाबा मालिक के खिलाफ अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

अब किसी तीसरी एजेंसी की जांच से ही खुलासा हो सकेगा कि शनिवार रात का असल माजरा क्या था।

 

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